छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से प्रकाशित धर्म , आध्यात्म , वास्तु शास्त्र एवम ज्योतिष पर आधारित मासिक पत्र।
Wednesday, January 19, 2011
अलग- अलग वारों के अनुसार प्रदोष व्रत लाभ
सोमवार के दिन त्रयोदशी प्रदोष पड़ने पर किया जाने वाला व्रत आरोग्य प्रदान करता है । सोमवार के दिन जब त्रयोदशी आने पर जब प्रदोष व्रत किया जाने पर, उपवास से संबन्धित मनोकामना पूर्ण होती है । जिस मास में मंगलवार के दिन का प्रदोष हो, उस दिन के व्रत को करने से रोगों से मुक्ति व स्वास्थय लाभ प्राप्त होता है । बुधवार के दिन प्रदोष हो तो, उपवास करने वाले की सभी कामना की पूर्ति होती है । गुरुवार को पड़ने वाला प्रदोष शत्रुओं का विनाश करता है । शुक्रवार के दिन होने वाल प्रदोष व्रत सौभाग्य और दाम्पत्य जीवन की सुख-शान्ति के लिये किया जाता है । संतान प्राप्ति की कामना हो, उन्हें शनिवार के दिन पडने वाला प्रदोष व्रत करना चाहिए । अपने उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए जब प्रदोष व्रत किये जाते है, तो व्रत से मिलने वाले फलों में वृ्द्धि होती है ।