माँ बम्लेश्वरी देवी के मंदिर के लिए विख्यात है डोंगरगढ़ ।एक ऐतिहासिक नगरी है । यहाँ माँ बम्लेश्वरी देवी के दो मंदिर है ।पहला एक हजार फीट पहाड़ी पर स्थित है जो कि बड़ी बम्लेश्वरी के नाम से विख्यात है तथा इसके समतल पर स्थित मंदिर छोटी बम्लेश्वरी के नाम से विख्यात है ।माँ बम्लेश्वरी के मंदिर में प्रतिवर्ष नवरात्र के समय दो विराट मेले का आयोजन किया जाता है जिसमे लाखो कि संख्या में दर्शनार्थी भाग लेते है । चारों ओर हरे भरे वनों, पहाडियों, छोटे-बड़े तालाबों एवं पश्चिम में पनियाजोब जलाशय, उत्तर में ढारा जलाशय तथा दक्षिण में मदियान जलाशय से घिरा प्राकृतिक सुषमा से परिपूर्ण स्थान है डोंगरगढ़ ।
कामाख्या नगरी व डुंगराख्य नगर नमक प्राचीन नामो से विख्यात डोंगरगढ़ में उपलब्ध खंडहरों एवं स्तंभों की रचना शैली के आधार पर शोधकर्ताओं ने इसे कलचुरी काल का निर्माण बताया है ।