Tuesday, September 21, 2010

अष्टम महागौरी



इनके ध्यान का मंत्र है:-


                                         “श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बर धरा शुचि:।
                                           महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥“


माँ महागौरी की आराधना से किसी प्रकार के रूप और मनोवांछित फल प्राप्त किया जा सकता है। उजले वस्त्र धारण किये हुए महादेव को आनंद देवे वाली शुद्धता मूर्ती देवी महागौरी मंगलदायिनी हों।